प्याज कीमत: हाल ही में टमाटर की रिकॉर्ड तोड़ कीमतों की वजह से लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं। महंगाई के दौरान सब्जियों के बदलते मूल्यों ने आम आदमी को दुखी किया है। अब टमाटर के बाद प्याज कीमतें भी बढ़ने की खबरें आ रही हैं।
हालांकि, यदि आप प्याज कीमतों के बढ़ने से परेशान हैं, तो यह खबर आपको आराम दिलाएगी। सरकार ने पहले ही इस बारे में सोचा था कि प्याज की कीमतें बढ़ सकती हैं, इसलिए उसने संरक्षण की दिशा में कदम उठाया है। प्याज की कीमतों में वृद्धि की संभावना के बाद, सरकार ने पहली बार इसके निर्यात पर 40 प्रतिशत शुल्क बढ़ा दिया है।
31 दिसंबर तक लगाया निर्यात शुल्क
वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्याज की कीमतें 37 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई हैं। इसलिए सरकार ने इनकी कीमतों में वृद्धि की संभावना को देखते हुए, 31 दिसंबर तक निर्यात शुल्क को 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। चालू वित्त वर्ष में 1 अप्रैल से 4 अगस्त तक, लगभग 9.75 लाख टन प्याज का निर्यात हो चुका है, जिसका आयात बांग्लादेश, मलेशिया और संयुक्त अरब अमीरात जैसे तीन मुख्य देशों से हो रहा है।
इस कारण बढ़ रही प्याज की कीमत
वर्तमान में त्योहारी मौसम को देखते हुए घरेलू बाजार में प्याज की मांग बढ़ रही है। इस विकेन्द्रीकरण को देखते हुए, सरकार ने प्याज के निर्यात पर शुल्क (निर्यात कर) लगाया है, ताकि बढ़ती कीमतों को नियंत्रित किया जा सके। दूसरी ओर, प्याज के निर्यात की बढ़ती मात्रा और घरेलू बाजार में कमी के कारण, प्याज कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इसलिए सरकार ने प्याज के निर्यात पर पहले से ही लगाये गए न्यूनतम निर्यात शुल्क के साथ साथ, प्याज के प्रेम पर पहली बार कर (कर) लगाया है।
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उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर प्याज की औसत खुदरा कीमत शनिवार को 30.72 रुपये प्रति किलो थी। आंकड़ों से पता चलता है कि प्याज की कीमत (प्याज कीमत) वर्तमान में अधिकतम 63 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है और न्यूनतम 10 रुपये प्रति किलो तक रह चुकी है। वर्तमान में दिल्ली में प्याज की कीमत 37 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। दूसरी ओर, चालू सत्र में खरीफ की फसल के कटाव के कारण ब्याज की कीमतों में वृद्धि हुई है।