Artificial Intelligence: सोशल मीडिया पर वीडियो साझा करने की आदत से बचें, लग सकता है लाखों का चुना

Harjinder Singh
Harjinder Singh  - News Editor
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How To Protect Yourself-From-Being-Scammed-When-Sharing-Videos-On-Social-Media

सोशल मीडिया का प्रेम लगातार लोगों में बढ़ता जा रहा है। लोगों के बीच फोटो और वीडियो अपलोड करने का शौक तेजी से बढ़ रहा है। किसी-किसी व्यक्ति ने रील्स बनाकर साझा किया करते हैं, कोई अपने परिवार के सदस्यों की वीडियोज़ को साझा करता है। पति-पत्नी, प्रेमी-प्रेमिका और जोड़े अब अपनी खुशियाँ Social Media पर दिखाते हैं, लेकिन इसके साथ ही खतरा भी बढ़ गया है। आवाजें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा अनुकरण की जाती हैं।

आवाज़ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चोरी की जा रही है।

संभावना है कि एक दिन आपके पास फोन आए और कोई व्यक्ति आपको बताए कि वह आपका दोस्त, पति या बेटा है। आप उनसे कहते हैं कि आप सिर्फ उनकी आवाज़ से पहचान करेंगे, लेकिन वास्तविकता में ऐसा नहीं हो सकता है। क्योंकि वह आवाज़ आपके पति, बेटे या दोस्त की हो सकती है, जिसे एक AI के द्वारा चुराकर उसका दुरुपयोग किया जा सकता है ताकि आपको धोखे से लुभाया जा सके।

आपकी आवाज चुराकर कोई आपको चुना लगा देगा

कनाडा में हुई घटना को समझिए, जहाँ एक बुजुर्ग जोड़े की आवाज़ चोरी की गई थी और उन्हें ठगा गया था। उस दिन उनके पास फोन आया, जिसमें उनके पोते ब्रैंडन पार्किंग की आवाज़ सुनाई दी, जो उस समय दूसरे शहर में रहता था। ब्रैंडन ने अपने दादा-दादी को बताया कि उसे आपातकालीन रूप से धन की आवश्यकता है, ताकि वह जेल से बाहर निकल सके। उसने यह भी कहा कि उसके पास उसके वकील का फोन नंबर है और वह ब्रैंडन के द्वारा दिए गए नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। परंतु बाद में पता चला कि यह सब धोखाधड़ी का प्लान था और उनके वकील ने उनसे 18 लाख रुपये की मांग की थी।

बुजुर्ग दंपत्ति के साथ हुआ फ्रॉड

कनाडा की घटना की व्याख्या कीजिए, जहां एक वृद्ध जोड़े की आवाज़ को चोरी करके उनसे ठगी की गई थी। उस दिन उनके पास फोन आया, जिसमें उनके पोते ब्रैंडन पार्किंग की आवाज़ सुनाई दी, जो उस समय दूसरे शहर में रहता था। ब्रैंडन ने अपने दादा-दादी से कहा कि वह परेशानी में हैं और उन्हें जेल से बाहर निकलने के लिए धन की आवश्यकता है। उसने उनसे यह भी कहा कि वह अपने वकील की सहायता से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। बाद में उसके वकील ने उनसे 18 लाख रुपये की राशि की मांग की।

पोते की आवाज से किया फोन

उनके पोते के वीडियो Youtube पर उपलब्ध थे। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ब्रैंडन की आवाज़ को उन वीडियो से हटाकर हुबहू की आवाज़ बनाई गई। उनके पोते की आवाज़ को सुनकर, उनके दादा-दादी भी आशंका नहीं कर पाए और उन्होंने पैसे देने का निर्णय लिया।

सोशल साइट्स से ली जा रही है आवाज

वास्तविकता में, वे वीडियो जिन्हें आपने फन के लिए बनाए और फेसबुक, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर अपलोड किए हैं, उनका दुरुपयोग होकर आपकी आवाज़ की कॉपी करके आपके रिश्तेदारों द्वारा फोन करके धन की मांग की जा सकती है। हमारे देश में भी ऐसे धोखाधड़ी मामले सामने आए हैं। आवाज़ में किसी तरह का बदलाव न होने के कारण किसी भी व्यक्ति का कोई संदेह नहीं हो सकता है।

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भारत में भी हुई है ऐसी घटना

छत्तीसगढ़ में भी ऐसा ही घटना हुई। जांजगीर-चांपा जिले में रहने वाले शिक्षक गजेंद्र सिंह चौहान को धोखाधड़ी व्यक्तियों ने उनके सहकर्मी शिक्षक साहू से फोन किया। उन्होंने जानकारी देकर तथा एक आपातकालीन स्थिति का दिखावा करके 35 हजार रुपए का पैसा उनके बैंक खाते में डालवा लिया। आवाज़ साहू की आवाज़ नहीं थी, लेकिन यह गजेंद्र सिंह को पता नहीं था। उन्हें लगता था कि यह उनके दोस्त की आवाज़ है।

डीपफेक तकनीक का उपयोग करके बनाया जा सकता है अवैध उपयोग के लिए।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक नकली बौद्धिक क्षमता है। इसमें डीपफेक तकनीक का उपयोग होता है। इस तकनीक के माध्यम से किसी व्यक्ति की आवाज़, फोटो या वीडियो का सैंपल लेकर उनकी नकल की जा सकती है। इस तकनीक के द्वारा बनाए गए ऑडियो-वीडियो इतने विशाल रूप से असली होते हैं कि व्यक्ति को समझने में कठिनाई हो सकती है। इस प्रकार की धोखाधड़ी के कई मामले देशभर में दर्ज हो चुके हैं। पहले ये प्रकार के धोखाधड़ी मुख्य रूप से विदेशों में ही होते थे, परंतु अब इसकी घटना यहाँ भी हो रही है। यही कारण है कि जब आप अपने वीडियो को फेसबुक या किसी अन्य प्लेटफ़ॉर्म पर अपलोड करते हैं, तो सतर्क रहना आवश्यक है।

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